Sunday, September 30, 2018

इमरान खान की बेवकूफी खतरनाक साबित होगी

    ( दिनेश काण्डपाल)

न्यूयॉर्क में दुनिया के देश नए पाकिस्तान का रोड मैप जानने के लिए बेकरार थे। यूएन असेंबली के हॉल में अमूमन पाकिस्तान जैसे देश को सुनने के लिए इतने लोग नहीं रहते, लेकिन इमरान खान की सरकार ने जो ढोल पीटे उसके बाद दुनिया ये जानना चाहती थी कि आखिर अब इस नए पाकिस्तान की झलक कैसी होने वाली है। शनिवार शाम करीब साढ़े सात बजे सुषमा स्वराज का भाषण हुआ और उसके करीब चार घंटे बाद रात साढ़े ग्यारह बजे के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी भाषण देने आए।

अपने कर्जों को चुकाने के लिए गाड़ियां और भैंसे बेच रहे पाकिस्तान के पास मौका था कि वो मौजूदा परेशानियों के बावजूद दुनिया के सामने एक ऐसा नक्शा रखता जिससे ये लगे कि वो परेशान है, जूझ रहा है लेकिन इससे उबरने का रास्ता उसके पास है। अफसोस कि कुरैशी का भाषण ये साबित कर गया कि पाकिस्तान और बुरी गर्त में गिरने वाला है और वहां से उसे उबारने वाला कोई नहीं। फारसी के पैबंद लगे लबाबदार शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कुरैशी का सुर अदब के नाम पर तो धीमा था, लेकिन ज़बान से निकल रहे शब्द बता रहे थे कि सुषमा स्वराज का भाषण उनके सिर पर भूत बनकर नाच रहा है।

बातचीत ठुकराने का रोना रोते हुए कुरैशा दुनिया के सामने भारत की चुगली करते रहे और फिर एकाएक ऐसी घटिया हरकत पर उतारू हो गये जिसे देखकर पाकिस्तान के सियासतदान भी शर्मिंदा हो जांए। कुरैशी ने पेशावर के स्कूल में हुए हमले का ज़िक्र किया, 16 दिसंबर 2014 को तहरीक-ए-तालिबान के 7 आतंकियों ने पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में घुसकर 145 लोगों की हत्या कर दी, मरने वालों में ज्यादातर मासूम बच्चे थे। इस हमले की चारों तरफ निंदा हुई। भारत सरकार ने तो इसकी निंदा की ही, स्कूलों में भी मासूमों के लिए मौन रखा गया।
2014 से लेकर अब तक पाकिस्तान की किसी सरकार ने इस हमले के लिए भारत की तरफ अंगुली नहीं उठाई, नवाज़ शरीफ और सरताज़ अज़ीज भले ही दूसरे मुद्दों पर भारत के खिलाफ ज़हर उगलते रहे लेकिन पेशावर स्कूल हमले के लिए कभी इशारों में भी भारत का नाम नहीं लिया। नए पाकिस्तान का दावा करने वाले इमरान खान के विदेश मंत्री ने अपना खोखलापन दिखाते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से इस हमले का आरोप भारत पर जड़ दिया। बदहवास कुरैशी ने भारत को युद्ध की धमकी तक दे डाली। इसके अलावा कुरैशी के भाषण में इसके अलावा वही कश्मीर, मानवाधिकार और दहशतगर्दी जैसी बातें थीं।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री का भाषण ये बता गया कि इमरान खान के दिल में क्या है। सियासी पोपट इमरान खान के मंत्री ने भारत सरकार के बातचीत न करने के फैसले को भी सही ठहरा दिया। ये समझा जा सकता है कि जो मुल्क और उसके रहनुमा बस्ते में इतने गंदे आरोपों का बारूद लेकर बैठे हों क्या उनके साथ टेबल पर बैठकर कॉफी पीनी चाहिए।

ये एक भाषण बता रहा है कि पाकिस्तान किस तरह का नक्शा खींच रहा है, ये बात भी साफ हो रही है कि इमरान खान के पास कर्ज में डूबे पाकिस्तान को बाहर निकालने के लिए कोई रास्ता नहीं है, और वो अपनी नाकामी छिपाने के लिए कुछ भी करेगा। पाकिस्तानी आर्मी की गोद में बैठे इमरान खान इस हद तक भी जा सकते है कि वो बॉर्डर पर इतनी टेंशन पैदा कर दें कि युद्ध के बादल मंडराने लगें।   


Imran Khan's stupidity will prove dangerous


In New York the countries of the world were determined to know the new road map of Pakistan. There are not so many people who listen to a country like Pakistan in the UN Assembly Hall, but after the drum beat by the government of Imran Khan, the world wanted to know how it is going to be a glimpse of this new Pakistan. Sushma Swaraj's speech took place around 7:30 pm on Saturday evening and four and a half hours after about eleven o'clock, Pakistan's Foreign Minister Shah Mahmood Qureshi came to deliver the speech.

Pakistan in in misrable condition, Cars and buffaloes are on ouction to pay national debt. Pakistan had a chance to show the broad vision and courage to overcome from the current problems. Regrettably, Quraishi's speech proved that Pakistan was going to fall into a bad trough and there was no one to rescue him from there. Quraishi's use of farsighted words in Persian was slow, but the words coming out of the word were telling that Sushma Swaraj's speech is has destroied their thinkking power.

Qureshi mentioned the attack in Peshawar School, on December 16, 2014, 7 terrorists from the Tehrik-e-Taliban entered the army public school of Peshawar and killed 145 people, most of the dead were innocent children. The attack was condemned around The globe. Indian government condemned it, even in schools, it was kept silent for the innocent.

Since 2014, no Pakistani government has pointed any finger towards India for this attack, Nawaz Sharif and Sartaj Aziz may have been poisoning against India on other issues, but never blamed India for Peshawar school attack.

Imran Khan's foreign minister, who claimed the new Pakistan, has accused India of its attack on the stage of the United Nations General Assembly showing its hollowity. Qureshi thretend India of war.

Pakistan's foreign minister's speech is showcase of what is in the heart of Imran Khan. The Minister of Imran Khan, justified the decision taken by India not to talk to Pakistan. It can be understood that if the country and the people in Government sitting with gunpowder for so many dirty accusations, they should drink coffee on the table with them.

This is a speech telling what Pakistan is drawing a map, it is also clear that Imran Khan has no way to take Pakistan out of debt. Imran Khan, who is sitting in the Pakistani army's lap, can go to such an extent that he should create such tension on the border that the clouds of war will start to grow.

( Dinesh Kandpal)

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