Tuesday, February 17, 2009

ससुराल गेंदाफूल...


सईयां छेड़ देवें..ननद चुटकी लेवें...ससुराल गेंदा फूल..होय होय होय ...होय होय होय
सास गारी देवें..देवर जी समझा लेवें...ससुराल गेंदा फूल...होय होय होय
होय होय होय...होय होय होय..

सईयां हैं ब्योपारी... चले हैं परदेस..सूरतिया निहारूं..जियरा भारी होवे...ससुराल गेंदा फूल...होय होय होय
बुशट पहीने..लगाईयिके बीड़ा पान..पूरे रायपुर से अलग है सईयां जी की शान...ससुराल गेंदा फूल...होय होय होय

हे...हे ...हे हे..हे. हेएएएएएएए..........
...होय होय होय

3 comments:

sarika chauhan said...

just lyk urs ryt nw 1 of m fav song.... :)though i dnt noe y dey r callin der sasural genda ful if u noe dat pllzzz let me noe.... :)

इष्ट देव सांकृत्यायन said...

हुँ! निहारिए-निहारिए....

नीरज गोस्वामी said...

पिछले दिनों सुने गानों में से ये एकदम अलग और विलक्षण गीत है...जितने सुंदर शब्द उतना ही अद्भुत संगीत...बार बार सुनने को जी चाहता है...शुक्रिया इसे यहाँ देने का...

नीरज